विलक्षण प्रतिभा के धनी अश्विनी नक्षत्र वाले इन क्षेत्रों में बनाते हैं करियर
अश्विनी नक्षत्र 27 नक्षत्रों में सबसे पहले स्थान पर आता है और अपने प्रथम स्थान के गुण का प्रभाव यह व्यक्ति के करियर में भी देता है. अश्विनी नक्षत्र मेष राशि में स्थान पाता है और इसका स्वामी केतु होता है. ऐसे में अश्विनी नक्षत्र में जन्मे जातक को मेष, मंगल, केतु इन सभी का असर भी मिलता है. इसी के साथ जातक को अश्विनी नक्षत्र का कौन सा चरण या कहें पद प्राप्त होता है उसका असर भी उसके करियर को प्रभावित करने वाला माना गया है. आइये जान लेते हैं अश्विनी नक्षत्र में जन्म लेने वाले लोगों को अपने जीवन में किस करियर में मिलती है सबसे अच्छी शुरुआत प्रसिद्धि और मान सम्मान साथ ही किन बातों का ध्यान रखते हुए अश्विनी नक्षत्र के जातक अपने जीवन में सही करियर का चुनाव कब और कैसे कर पाते हैं.
अश्विनी नक्षत्र: करियर में दिखाता विशेष गुण
अश्विनी नक्षत्र को जोश, उत्साह और जीवन की उमंग से भरपूर माना गया है. अश्विनी नक्षत्र की स्थिति आपकी कुंडली में जिस भी तरह से बनी होती है उसका असर जीवन में विभिन्न पहलुओं पर पड़ता है. ऐसे में जब हम करियर की बात करते हैं तब नक्षत्र के मूलभूत गुणों एवं उसके चरण का प्रभाव, ग्रह के साथ उसके संबंध कुंडली में उसकी स्थिति इत्यादि से देखा जाता है. अश्विनी नक्षत्र में नौकरी या व्यवसाय का चयन करना अधिक कठिन नहीं होता है क्यों अश्विनी नक्षत्र के जातक कई मामलों में अपने फैसलों को लेकर मजबूती से खड़े दिखाई देते हैं जिसके कारण अपने काम में इनका मेहनती रुप भी उभर कर सामने आता है.
अश्विनी नक्षत्र : बिजनेस के लिए सर्वोत्तम नाम
अश्विनी नक्षत्र के जितने भी चरण होते हैं उन सभी में कुछ न कुछ अक्षर भी मौजूद होते हैं इन अक्षरों को सही से जानकर अपने व्यवसाय के लिए एक अच्छे नाम का चयन कर पाना बहुत आसान है. अश्विनी नक्षत्र का हर चरण एक विशेष ग्रह की शक्ति देने वाला होता है और साथ में हर चरण के अपने जो अक्षर हैं उनकी अपनी अलग विशेषता और ऊर्जा होती है. कुंडली में अश्विनी नक्षत्र का प्रभाव और इसके चरण की स्थिति इत्यादि बातों को देख कर यह समझा जा सकता है कि आपके करियर के लिए कौन सा नाम सबसे अच्छा रहेगा और किस नाम की ऊर्जा आपके करियर को सफलता की ऊंचाइयों तक पहुंचा सकती है.
अश्विनी नक्षत्र : करियर को देता है बड़ी उड़ान
करियर ज्योतिष अनुसार अश्विनी नक्षत्र की ऊर्जाएं कई तरह से जातक के काम पर अपना असर डालती हैं. इस नक्षत्र का स्वामी ग्रह केतु है, जिसे लेकर हमें लग सकता है कि अश्विनी नक्षत्र का जातक अपने विचारों में कभी स्पष्ट न दिखाई दे लेकिन ऎसा होता नहीं है क्योंकि यहां केतु के साथ साथ कुछ अन्य बातें भी अपना असर डालती हैं. यहां मंगल भी अपना असर दिखाता है वहीं इसके देवता अश्विनी कुमार हैं और अश्व इस नक्षत्र का प्रतीक भी है. इस कारण से इस नक्षत्र को काफी विशेष माना गया है. यह रहस्यों का भेद जान लेने में निपुण होता है. इस कारण जातक ऎसे करियर में भी सफल होता है जहां रिसर्च होती है, गुढ़ विद्या या गुप्त ज्ञान हो इन सभी में जातक काफी सफल करियर पाता है.
अश्विनी नक्षत्र के जातक सरकारी नौकरी का योग पाने में भी बहुत अधिक सफल हो सकते हैं. सरकार और सरकारी अधिकारियों की ओर से भी इन्हें सहयोग मिलता है. जातक अपना खुद का व्यवसाय भी बड़े पैमाने शुरु कर सकता है. प्रभावशाली लोगों से संपर्क बना पाते हैं अपने जोश और काम के प्रति लगन के चलते अच्छे अवसर भी मिलते हैं. शेयर मार्किट से जुड़े कामों से जुड़े सकते हैं., घोड़ों के डीलर, कोच या खिलाड़ी हो सकते हैं। वाहन से संबंधित कार्य करने वाले हो सकते हैं, फैशन से जुड़ सकते हैं, सौंदर्य संसाधनों से जुड़ सकते हैं, विज्ञापन की दुनिया में नाम कमाते हैं, वैद्य, सर्जन या एक कुशल डॉक्टर हो सकते हैं।
अगर आप भी अश्विनी नक्षत्र में आते हैं तो करियर में आपके लिए अवसरों की भरमार है, लेकिन इसके लिए ये समझना जरुरी है की कौन सा अवसर कौन सी केरयर फिल्ड आपके लिए बेस्ट है. इन बातों को अपनी "जन्म कुंडली” से जान सकते हैं क्योंकि "व्यक्तिगत ज्योतिषीय परामर्श" ही सुनिश्चित करता है आपकी सफलता के साथ साथ आपके करियर की सही दिशा.